नेपाल से अयोध्या कैसे पहुंचे?
पवित्र नगरी अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर की भव्य प्राण प्रतिष्ठा होने के साथ ही श्रद्धालुगण उद्घाटन के अगले दिन यानी 23 जनवरी से रामलला के दर्शन करना शुरू कर दिया । ऐसे माहौल में पूरा भारत के साथ-साथ नेपाल भी राममय से अछूता नहीं रहा है। भगवान राम का दर्शन के लिए नेपाल के लोग भी काफी उत्सुक हैं। वह अयोध्या पहुचंने की योजना बना रहे हैं ऐसे में हम आज आपको इस वीडियो में बताएंगे कि आप नेपाल में कहां-कहां से किस तरह अयोध्या तक पहुंच पाएंगे ।
श्रद्धालुओं के अयोध्या पहुंचने के लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। इसके तहत जहां पुनर्निर्मित रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट का उद्घाटन किया गया है तो वहीं कई नई बसें भी शुरू की गई हैं। आइए जानते हैं कि राम मंदिर के दर्शन के लिए अयोध्या कैसे पहुंचा जा सकता है?
सबसे पहले जानते हैं कि यहां पर क्या-क्या घुमने के लिए है।
राम मंदिर रामायणकालीन नगरी अयोध्या (उत्तर प्रदेश) में स्थित है। सरयू नदी के पूर्वी तट पर बसा अयोध्या नगर राजधानी लखनऊ से 134 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। पुरातन काल के अवशेषों से भरा नगर दुनियाभर से आगुंतकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। राम मंदिर के अलावा भी यहां कई दर्शनीय स्थल हैं जिनका ऐतिहासिक और आध्यात्मिक महत्व है। इनमें हनुमान गढ़ी, रामकोट, श्री नागेश्वरनाथ मंदिर, कनक भवन, तुलसी स्मारक भवन, त्रेता के ठाकुर, जैन मंदिर, मणि पर्वत, छोटी देवकाली मंदिर, राम की पैड़ी, सरयू नदी, क्वीन हो मेमोरियल पार्क, गुरुद्वारा, सूरज कुंड, गुलाब बाड़ी, बहू-बेगम का मकबरा, कंपनी गार्डन और गुप्तार घाट जैसे स्थल शामिल हैं।
सड़क मार्ग से कैसे पहुंचे अयोध्या?
वैसे तो नेपाल भारत के साथ पांच राज्यों के साथ बार्डर शेयर करता है जैसे कि पश्चिम बंगाल स्थित पानी टंकी, दार्जिलिंग-काकरभिट्टा बोर्डर शामिल है तो वहीं बिहार राज्य अन्तर्गत जोगबनी-विराटनगर, रक्सौल-बीरगंज सीमा मुख्य तौर पर है। उत्तर प्रदेश की बात करें तो यहां पर सुनौली-भैरहवा बोर्डर है। वहीं बात करें उत्तराखंड की तो यहां पर बनबसा-भीमदत्त बोर्डर है जहां से आप भारत में प्रवेश कर सकेेंगे । इसके अलावा इन पांच राज्यों में छोटे-छोटे बार्डर हैं जहां से नेपाल के लोग भारत में प्रवेश करते हैं।
भारत के उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की सेवा 24 घंटे उपलब्ध हैं, और सभी छोटे बड़े स्थान से यहां पहुंचना बहुत आसान है।
काठमाण्डू से यात्रा
यदि आप काठमाण्डू से सड़क माध्यम से अयोध्या आना चाहते हैं तो नेपाल भारत मैत्री बस सेवा से फैजाबाद आएं फिर यहां से लोकल बस या टैक्सी लेकर अयोध्या पहुंचा जा सकता है। यदि आप हवाई मार्ग से जाना चाहते हैं तो पहले काठमाण्डू से दिल्ली की हवाई यात्रा करें फिर वहां से सीधे हवाई यात्रा से अयोध्या पहुंच सकते हैं या बसों/ट्रेनों से अयोध्या आ सकेंगे।
सुनौली बोर्डर से यात्रा
वहीं आप सुनौली बोर्डर से अयोध्या पहुंचना चाहते हैं तो पहले बस या टैक्सी से सुनौली बोर्डर आएं फिर वहां से गोरखुर। गोरखपुर से 140 किलोमीटर की दूरी पर अयोध्या है। जिसे आप बस या टैक्सी से दूरी तय कर पहुंच सकते हैं। या फिर ट्रेन की भी सहायता ले सकते हैं।
वीरगंज-रक्सौल से यात्रा
यदि आप नेपाल के वीरगंज से होकर अयोध्या पहुंचना चाहते हैं तो पहले वीरगंज से होते हुए रक्सौल बोर्डर पहुंचे । फिर यहां से बस या ट्रेन से अयोध्या पहुंच जाएं ।
विराटनगर-जोगबनी से यात्रा
वहीं आप विराटनगर की साइड से यात्रा करना चाहते हैं तो विराटनगर से जोगबनी बोर्डर पहुंचे। यहां से ट्रेन की सुविधा उपलब्ध है। जिसके माध्यम से आप अयोध्या तक पहंुच सकते हैं।
तिलाठी-कुनौली से यात्रा
सप्तरी से यदि आप यात्रा करना चाहते हैं तो यहां से आप कुनौली बोर्डर पहुंचे फिर वहां से बसों से दरभंगा पहंुच जाएं। इसके बाद यहां से बस, ट्रेन, और हवाई यात्रा तीनों की सुविधा है। इन माध्यम से अयोध्या पहुंचकर रामलला का दर्शन कर पाएंगे ।
ट्रेन के जरिए राम नगरी पहुंचने के साधन
अयोध्या उत्तर रेलवे के मुगल सराय-लखनऊ मुख्य मार्ग पर स्थित है। कई गाड़ियों के द्वारा देश के विभिन्न भागों से आप यहां पहुंच सकते हैं। अयोध्या में इसका खुद का रेलवे स्टेशन है जो राम मंदिर से लगभग 800 मीटर दूर स्थित है। अयोध्या में बने पुनर्निर्मित रेलवे स्टेशन का हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी ने उद्घाटन किया था, जिसे नया नाम ‘अयोध्या धाम’ दिया गया था।
एक दिन में करें काशी विश्वनाथ और रामलला के दर्शन
अब एक ही दिन में श्रद्धालु काशी विश्वनाथ और रामलला के दर्शन कर सकेंगे। काशी और अयोध्या के बीच हेलीकाॅप्टर सेवा से यह संभव हो पाया है।
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