आपसी सिर फुटौवल की वजह से देश के 9 स्थानीय तह अब तक बजट लाने में असफल
वित्तीय वर्ष 2080/081 शुरू हुए पांच महीने बीत चुके हैं। लेकिन देशभर के 9 पालिका आपसी सिर फुटौवल की वजह से अभी तक बजट नहीं लाई हैं जिसमें मधेस प्रदेश के 8 पालिका शामिल है। इसके अलावा कोशी प्रदेश का एक पालिका अब तक बजट लाने में असफल साबित हुयी है।
मधेस प्रदेश की बात करें तो इनके 5 जिला—सप्तरी, सर्लाही, धनुषा, रौतहट और सिरहा है। संघीय मामला और सामान्य प्रशासन मंत्रालय के अनुसार, बजट नहीं ला पाने को लेकर मुख्य कारण है प्रमुख/उपप्रमुख या वार्ड अध्यक्ष और सदस्यों की असहमति । मंत्रालय के प्रवक्ता और संयुक्त सचिव कमल प्रसाद भट्टाराई के अनुसार, 9 नगर पालिकाएं ऐसी हैं जो बजट बनाने की कानूनी प्रक्रिया के मुताबिक बजट नहीं लायी हैं।.
उन्होंने कहा कि स्थानीय स्तर पर बजट नहीं ला पाने वाले अधिकतर मधेस प्रदेश से हैं । हालांकि प्रावधान है कि स्थानीय पालिकाओं को असार 10 गते के भीतर तक बजट लाना होता है और महीने के मध्य तक इसे पारित करना पड़ता है। लेकिन 9 पालिकाओं ने कानून का पालन नहीं किया है। मंत्रालय के अध्ययन से पता चला है कि प्रमुख/उपप्रमुख या वार्ड अध्यक्ष व सदस्यों के बीच बजट नहीं ला पाने को लेकर असहमति हैंं।
उन्होंने स्पष्ट किया कि ऐसी कानूनी व्यवस्था है कि बजट पारित होने के बाद ही खर्च किया जा सकता है और यदि बजट पारित किये बिना खर्च किया जाता है तो वह अमान्य होगा। बजट कानून द्वारा निर्धारित तिथि पर ही लाया और पारित किया जाना चाहिए। ऐसी कानूनी व्यवस्था है जिसके पारित होने के बाद ही खर्च किया जा सकता है। उन्होंने कहा, ''अगर इसे पारित कराए बिना खर्च किया जाएगा तो यह निरर्थक होगा।''
उन्होंने यह भी कहा कि अगर बजट समय पर नहीं लाया गया तो क्या होगा, यह कानून में स्पष्ट नहीं है।
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