दुनिया
आज के युग में गुरु का सम्मान ईश्वर के रूप में तब स्वीकार है जब हमारे बच्चे कर्मठ बनेंगे और ना सिर्फ अपना और देश का नाम रोशन करेंगे | भारत सरकार के अनेक आने प्रयास शिक्षा क्षेत्र में होते रहते हैं शिक्षा में सर्वांगीण विकास के लिए अनेक आयाम बनाए हुए हैं जिनके मापदंडों को पूरा करने के लिए शिक्षकों को दायित्व सौंपा जाता है| समाज में एक और जहां प्रथम शिक्षक माता पिता, द्वितीय समाज खुद एवं तृतीय पद पर स्वरूप शिक्षक है | आज के समय में प्रतिभावान शिक्षकों को सहायता प्रदान करने के लिए नवनिर्मित शिक्षक प्रतियोगियों अर्थात शिक्षण प्रशिक्षण में सम्मिलित उन छात्रों को विद्यालय की गतिविधि को समझने के लिए प्रशिक्षण स्वरूप विद्यालयों में भेजा जाता है जहां पर वह पठन-पाठन से युक्त होकर अपनी मनो वाचना को बच्चों के बीच सुनने, बोलने, पढ़ने, लिखने की क्रियात्मक गतिविधियों से फलीभूत करते हुए उनमें आखर ज्ञान पहेली को समाहित करते हैं| इस क्रम में राजकीय सर्वोदय बाल विद्यालय रमेश नगर नई दिल्ली के लिए प्रस्तावित डाइट प्रशिक्षण विद्यालय ओल्ड राजेंद्र नगर नई दिल्ली प्रधानाचार्य डॉ डीएस यादव के द्वारा आदेशित प्रथम वर्ष एवं द्वितीय वर्ष के छात्र छात्राएं अपने अनुभव के लिए प्रशिक्षणरत रहते हुए इस विद्यालय में वर्ष 2022 नवंबर माह अपने अपने अनुभवों को साझा करते हुए विद्यालय के सीनियर पुस्तकालय में लाइब्रेरियन रत्नेश कुमार के साथ मिलकर विद्यालय के अनेक कार्यों, अनुभवों को साझा किया और लाइब्रेरियन के द्वारा एक नए विषय पर चर्चा की गई जिसमें नवनिर्मित शिक्षकों को जो भविष्य में राज्य सरकार एवं भारत सरकार के शिक्षक बनेंगे जिनको NEP पॉलिसी 2020 पर चर्चा की गई और एक नए टास्क के रूप में इन्हें यह बताया गया कि आप शिक्षक तो बनेंगे साथ ही साथ आप वर्ग पुस्तकालय शिक्षक भी बनेंगे |
यह प्रक्रिया बच्चों में पुस्तकों के प्रति संवेदना, पुस्तकों के प्रति आदर सम्मान पठन प्रक्रिया में रुचि को विकसित करने का एक प्रयास होगा| दिल्ली शिक्षा व्यवस्था के अंतर्गत यह प्रक्रिया प्रथम से पांचवी तक तथा छठी से आठवीं तक लागू की गई है| इस कार्यक्रम में प्रथम वर्ष के छात्र ऋषि सागर, राहुल कुमार दास, रवि कुमार, रामराज मीणा, अशोक, दृष्टि, हिमांशु, पुनीत शुक्ला, साहिल चंद्रा, और रूपल ने भाग लिया| पुस्तकालय अध्यक्ष रत्नेश कुमार ने इन सब के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए शिक्षण क्षेत्र में बेहतर प्रयास हेतु सहायता करने की बात कही |
गुरु बिन ज्ञान कहां :- शिक्षा में प्रशिक्षण आवश्यक
आज के युग में गुरु का सम्मान ईश्वर के रूप में तब स्वीकार है जब हमारे बच्चे कर्मठ बनेंगे और ना सिर्फ अपना और देश का नाम रोशन करेंगे | भारत सरकार के अनेक आने प्रयास शिक्षा क्षेत्र में होते रहते हैं शिक्षा में सर्वांगीण विकास के लिए अनेक आयाम बनाए हुए हैं जिनके मापदंडों को पूरा करने के लिए शिक्षकों को दायित्व सौंपा जाता है| समाज में एक और जहां प्रथम शिक्षक माता पिता, द्वितीय समाज खुद एवं तृतीय पद पर स्वरूप शिक्षक है | आज के समय में प्रतिभावान शिक्षकों को सहायता प्रदान करने के लिए नवनिर्मित शिक्षक प्रतियोगियों अर्थात शिक्षण प्रशिक्षण में सम्मिलित उन छात्रों को विद्यालय की गतिविधि को समझने के लिए प्रशिक्षण स्वरूप विद्यालयों में भेजा जाता है जहां पर वह पठन-पाठन से युक्त होकर अपनी मनो वाचना को बच्चों के बीच सुनने, बोलने, पढ़ने, लिखने की क्रियात्मक गतिविधियों से फलीभूत करते हुए उनमें आखर ज्ञान पहेली को समाहित करते हैं| इस क्रम में राजकीय सर्वोदय बाल विद्यालय रमेश नगर नई दिल्ली के लिए प्रस्तावित डाइट प्रशिक्षण विद्यालय ओल्ड राजेंद्र नगर नई दिल्ली प्रधानाचार्य डॉ डीएस यादव के द्वारा आदेशित प्रथम वर्ष एवं द्वितीय वर्ष के छात्र छात्राएं अपने अनुभव के लिए प्रशिक्षणरत रहते हुए इस विद्यालय में वर्ष 2022 नवंबर माह अपने अपने अनुभवों को साझा करते हुए विद्यालय के सीनियर पुस्तकालय में लाइब्रेरियन रत्नेश कुमार के साथ मिलकर विद्यालय के अनेक कार्यों, अनुभवों को साझा किया और लाइब्रेरियन के द्वारा एक नए विषय पर चर्चा की गई जिसमें नवनिर्मित शिक्षकों को जो भविष्य में राज्य सरकार एवं भारत सरकार के शिक्षक बनेंगे जिनको NEP पॉलिसी 2020 पर चर्चा की गई और एक नए टास्क के रूप में इन्हें यह बताया गया कि आप शिक्षक तो बनेंगे साथ ही साथ आप वर्ग पुस्तकालय शिक्षक भी बनेंगे |
यह प्रक्रिया बच्चों में पुस्तकों के प्रति संवेदना, पुस्तकों के प्रति आदर सम्मान पठन प्रक्रिया में रुचि को विकसित करने का एक प्रयास होगा| दिल्ली शिक्षा व्यवस्था के अंतर्गत यह प्रक्रिया प्रथम से पांचवी तक तथा छठी से आठवीं तक लागू की गई है| इस कार्यक्रम में प्रथम वर्ष के छात्र ऋषि सागर, राहुल कुमार दास, रवि कुमार, रामराज मीणा, अशोक, दृष्टि, हिमांशु, पुनीत शुक्ला, साहिल चंद्रा, और रूपल ने भाग लिया| पुस्तकालय अध्यक्ष रत्नेश कुमार ने इन सब के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए शिक्षण क्षेत्र में बेहतर प्रयास हेतु सहायता करने की बात कही |
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