एक महिला के साथ बार-बार बलात्कार, 2 आरोपी गिरफ्तार
यह किसी फिल्म की कहानी नहीं है और ना ही कोई मनगढ़ंत कहानी। यह 19 साल की एक माँ की दिल दहला देने वाली सच्ची कहानी है जिसके साथ 4 हैवानों ने मिलकर बेहरहमी से इज्जत लूटा।
यह घटना हमारे ही नेपाल देश की है जहाँ एक माँ काठमांडू शहर से बुटवल जाने के लिए निकली थी। लेकिन इस कोविड-19 के कारण हुए लाॅकडाउन में उन्हें कोई और साधन नहीं मिला जिसके कारण उन्हें ट्रक से लिफ्ट लेनी पड़ी। इसी लिफ्ट ने उनकी जिंदगी ही पलट कर रख दिया।
हुआ यूं कि 11 जुलाई 2021 को ट्रक (ना 5 ख 2870) के चालक सुनिल महतो ने काठमांडू में उस मां को अपने ट्रक में लिफ्ट दिया और आश्वासन दिया कि उन्हें बुटवल तक सही सलामत पहुंचा देंगे। लेकिन उस मां को क्या पता था कि उस दिन उनकी जिंदगी ही बदलने वाली है।
जैसे-तैसे वह मां उस पर विश्वास करके जाने के लिए तैयार हुयी और ट्रक के भीतर बैठ गयी। गाड़ी जैसे ही आगे बढ़ी उस हैवान ने उसे डराया, धमकाया और जिस बात का डर था, उसके साथ वही हुआ। उसके साथ बार-बार बलात्कार किया गया।
मामला यहीं तक नहीं रूका, ट्रक के ट्रैफिक मंे फंसने के बाद भी उस दरिन्दे ने उसे बेरहमी से लूटा। इतना ही नहीं, इसके अगले दिन यानि 12 जुलाई को पूरे दिन उसे अपने पास रखा और फिर से वही दरिन्दगी। वह चिल्लाती रही, अपनी इज्जत की भीख मांगती रही लेकिन उस पर कोई तरस नहीं आया। इसके बाद 13 जुलाई को दूसरे ट्रक (ना 6 ख 3369) के चालक शिवबालक महतो को उस मां को सौंप दिया गया। वह अपने साथ बिते दो दिन की कहानी उसे बतायी जिसके बाद उस पर तरस ना खाकर उल्टे शिवबालक महतो के भीतर का भी हैवान जाग उठा और उसने भी बुटवल ना ले जाकर अपने 27 साल के सहायक चालक ईन्दल चैहान और 40 साल के ग्राहक भोला के साथ मिलकर बिरगंज और बारा के जंगल में ले जाकर उस मासूम को नोंचा, दबोचा और तोड़ डाला। उनलोगों उसके साथ बार-बार बलात्कार किया। और जब इनकी भूख मिटी तो उसे अकेले, लाचार और दर्द में तड़पते हालात में उसके 2 साल के बच्चेे के साथ करीब 5 बजे शाम में बिरगंज में छोड़कर भाग गए। इसके बाद वह जैसे-तैसे पुलिस तक पहुंची और अपनी साथ बीती घटना के बारे में पुलिस को बतायी।
इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अब तक 2 आरोपियांे सुनिल महतो और शिवबालक महतो को गिरफ्तार कर लिया है जबकि बांकि दो आरोपियों इन्दल चौहान और भोला की तलाश चल रही है। वहीं पीडि़त मां को उसके बच्चे के साथ वीरगंज के एक एनजीओ में सुरक्षित रखा गया है।
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