नेपाल
यूनिसेफ नेपाल के सहयोग और ग्रामीण विकास केन्द्र (आरडीसी) रौतहट के आयोजना में कोविड 19 बालबालिका संरक्षण पूर्ण तैयारी और प्रतिकार्य कार्यक्रम के अंतर्गत सप्तरी के छिन्नमस्ता गाउंपालिका-5 के लोखरम गांव में जोखिम और गरीबी की समस्या से जूझ रहे दृष्टिविहीन लुचाई राम के पुत्र लगभग 4 वर्षीय राजन सदा को 12,000 रूपए नगद प्रदान किया गया है।
यूनिसेफ नेपाल और आरडीसी रौतहट के प्रयास से जोखिम से जूझ रहे बच्चे को मिली मदद
यूनिसेफ नेपाल के सहयोग और ग्रामीण विकास केन्द्र (आरडीसी) रौतहट के आयोजना में कोविड 19 बालबालिका संरक्षण पूर्ण तैयारी और प्रतिकार्य कार्यक्रम के अंतर्गत सप्तरी के छिन्नमस्ता गाउंपालिका-5 के लोखरम गांव में जोखिम और गरीबी की समस्या से जूझ रहे दृष्टिविहीन लुचाई राम के पुत्र लगभग 4 वर्षीय राजन सदा को 12,000 रूपए नगद प्रदान किया गया है।
देखें यह पूरा वीडियो -https://youtu.be/YzR5XKMHA6c
सप्तरी के जिला कोआर्डिनेटर रमेश कुमार साह के अनुसार, कोरोना काल में जोखिम से जूझ रहे अति गरीब और खतरे से बच्चों को बचाने के लिए यह कार्यक्रम प्रदेश 2 के सभी जिला में लागू है। राजन सदा की मां गीता सदा को 12000 रूपया नगद राशि दिया गया है। गीता सदा के बच्चे का हाथ टूट गया था और इसके ईलाज के लिए पैसा नहीं था। इसलिए उनको यह सहयोग देना जरूरी था। खाने की भी समस्या थी। सप्तरी में अब तक ऐसे 18 बच्चों को यह राशि दी गयी है।
बता दें कि दृष्टिविहीन लुचाई राम के बालक राजन सदा का हाथ टूट गया था और इसके ईलाज के लिए उसके पास पैसे नहीं थे।
याद रहे कि को कोरोना काल में जोखिम से जूझ रहे प्रदेश संख्या-2 के बालबालिका को 4,000 प्रति महीना की दर से पांच महीने तक कुल 20,000 रूपए दिया जाएगा। विशेषकर के ऐसे अनाथ बच्चे जो अति गरीबी और अन्य खतरों जैसे अनाथ, बालविवाह, कोरोना वायरस आदि के कारण जोखिम से जूझ रहे हैं।
सप्तरी के जिला कोआर्डिनेटर रमेश कुमार साह के अनुसार, कोरोना काल में जोखिम से जूझ रहे अति गरीब और खतरे से बच्चों को बचाने के लिए यह कार्यक्रम प्रदेश 2 के सभी जिला में लागू है। राजन सदा की मां गीता सदा को 12000 रूपया नगद राशि दिया गया है। गीता सदा के बच्चे का हाथ टूट गया था और इसके ईलाज के लिए पैसा नहीं था। इसलिए उनको यह सहयोग देना जरूरी था। खाने की भी समस्या थी। सप्तरी में अब तक ऐसे 18 बच्चों को यह राशि दी गयी है।
Previous article
Next article
Leave Comments
एक टिप्पणी भेजें