पति हो तो ऐसा, गर्भवती पत्नी को परीक्षा दिलाने के लिए हजार किलोमीटर से ज्यादा चलाई स्कूटी
यह सुनकर भी आप भी हैरान हो जाएंगे कि एक पति ने अपनी गर्भवती पत्नी को परीक्षा दिलाने के लिए 1170 किलोमीटर से भी ज्यादा दूरी तक स्कूटी चलाई और उसे परीक्षा दिलवाया। जी हां यह घटना है झारखंड के गोड्डा जिले की। यहां के एक पति को अपनी 7 माह की गर्भवती पत्नी को परीक्षा दिलाने मध्यप्रदेश के ग्वालियर जाना था। और गोड्डा से ग्वालियर की दूरी 1170 किलोमीटर से भी अधिक है। और गोड्डा से ग्वालियर पहुंचने के लिए लोगों के पास ट्रेन ही मात्र एक विकल्प है। लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण अभी ट्रेन बंद है। और गाड़ी से आने के लिए इनकी आर्थिक स्थिति इन्हें रोकती है। ऐसे में 7 माह की गर्भवती पत्नी सोनी को परीक्षा दिलाने के लिए उनका पति धनंजय मांझी स्कूटी से ग्वालियर आ पहुंचे।
वास्तव में कहा गया है जहां चाह वहां राह। यदि आपने सोच बना लिया कि आपको वो मंजिल तय करना है तो आप उसे हासिल कर सकते हैं। बस आपका हौसला बुलंद होना चाहिए। झारखंड के धनंजय मांझी की पत्नी सोनी हेम्ब्रम ग्वालियर में डिलेड सेकंड ईयर की परीक्षा दे रही हैं।
बता दें कि सोनी की इच्छा थी कि परीक्षा नहीं छूटे। वह डीलेड कर शिक्षक बनना चाहती है। वहीं, इनके पति धनंजय गुजरात की एक कंपनी में कुक का काम करते हैं। कोरोना संक्रमण से इनकी यह नौकरी भी चली गयी और 3 महीने से वह घर पर ही बैठे थे। जो भी कमाया हुआ पैसा था, सभी लाॅकडाॅन में खत्म हो गया। नौकरी जाने की वजह से धनंजय के पास इतने रुपये भी नहीं थे कि वह ग्वालियर आने के लिए स्कूटी में पेट्रोल भरा पाते। ऐसे में धनंजय की पत्नी सोनी ने अपने गहने गिरवी रख दिए।
अब धनंजय अपनी पत्नी के सपने का साकार करने के लिए गोड्डा से ग्वालियर स्कूटी से ही आने का फैसला किया। हालांकि रास्तों में इन्हें तमाम परेशानियों से गुजरना पड़ा लेकिन इन्होंने हार नहीं मानी। और धनंजय ने स्कूटी से ही पत्नी सोनी हेम्ब्रम को लेकर ग्वालियर पहुंचे। और परीक्षा समाप्त होने के बाद दुबारा वह स्कूटी से ही अपनी गर्भवती पत्नी को वापस गोड्डा ले जाएंगे।
यह दिलचस्प है कि आर्थिक स्थित अच्छी नहीं होने के बावजूद पत्नी सोनी हेम्ब्रम की दिली इच्छा कि उसे शिक्षक बनना है। जबकि धनंजय खुद 10वीं भी पास नहीं है। लेकिन वह अपनी पत्नी के इस सपने को किसी भी तरह से साकार करने के लिए तैयार है।
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